क्या पौधारोपण के नाम पर सरकारी धन का दुरूपयोग हुआ है?

धौलपुर (तीक्ष्ण न्यूज) पिछले हफ्ते जिले पंचायतों में पौधारोपण को लेकर एक सी चर्चा सुनने को मिली कि पर्यावरण के लिये लगवये जा रहे पौधों की खरीद रामचन्द पौधशाला रूनकता किरावली ककचला, आगरा (उ.प्र.) से करंज के पांच सौ पौधे 198/- रूपये प्रति पौधे की सरपंच/ग्राम विकास अधिकारी को जिले ग्राम पंचायतों में भुगतान के लिये बिल रहे हैं इन बिलों की चर्चाएं भी खूब हो सामान्य रूप से दस से पन्द्रह रूपये प्रति दर से मिलने/बिकने वाले पौधों की 198/- रूपये प्रति पौधे की दर से लिये और लगभग 99 हजार रूपये के बिलों का किया जाना अब ग्राम पंचायतों में गले बन गया हैहमें मिली जानकारी के अनुसार राजाखेत क्षेत्र की ग्राम पंचायतों ने तो ये पौधे लेने से मना कर दिया तथा धौलपुर क्षेत्र की ग्राम पंचायतों ने अभी भुगतान नहीं किया है हालांकि भुगतान कसे के दबाव बनाने की भी चर्चा है। गावों में किये जा रहे पौधारोपण की जानकारी ग्रामीणों से छिपी हुई नही है। ग्राम पंचायतों के खर्चों पर आडिट की नंगी तलवार हमेशा लटकी रहती है ऐसे में पौधे खरीद/सप्लाई में पारदर्शिता प्रक्रिया नही अपनाएं जाने से भुगतान संदेह के घेरे में आ जाने से सरपंच एवं ग्राम विकास अधिकारी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं पंचायत चुनाव सिर पर हैं पौधारोपण के नाम पर यूपी की फर्म से खरीददारी कर पंचायत राज ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों की भूमिका पर भी संदेह उठ रहा हैइस विषय पर हमारी खोज निस्तर जारी है। शीघ्र ही आगामी अंकों में हम इस सम्बन्ध में नई जानकारी पठकों तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।


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पान खाने के फायदे इसकी पत्तियों के कट, उष्ण और क्षारीय गुण अलग करते हैं तथा इसे खाने से पेट के कीड़े मर जाते का भी नाश करता है अक्सर आपने देखा होगा कि के बाद आप पान खाने जाते हैं, क्योंकि इसे खाने से पच जाता है। यह भूख बढ़ाने के साथ ही खाने बढ़ाता है। हां, पुराने और नए पान के पत्तों में भी होते हैं पुराना पान रूचिकारक, सुगन्धित, कामोद्दीपन शुद्ध करने वाला होता है, जबकि नए पान के लिए हानिकारक माने जाते हैं। हृदय की दुर्बलता लाभदायक है। पान की जड़ को मुलेठी के चूर्ण मिलाकर देने से सर्दी-जुखाम एवं गले की मिलता है गाने में रूचि रखने वालों के लिए हैपान के पत्तों को चूसने पर यह लार (सेलिवानिकालने में मददगार होती है, जिससे भोजन का पाचन होता है। पान का शरबत हृदय को बल देता है यह कफ करता है तथा अग्नि को दीप्त करता है अर्थात है। हां, इसे अधिक खाने से इसमें पाया हेपेक्साइन नुकसान पहुंचाता है अधिक पान खाना भी अहितकर भी। अगर पान के पत्ते को काली मिर्च साथ खाएं तो यह 8 हफ्तों में मोटापा कम कर देगाबहुत शक्तिशाली गुणों से भरे होतें हैं यह और उचित लिये जाने जाते हैं पान के पत्ते शरीर का मेटाबॉलिज्म पेट में एसिडिटी होने से रोकते हैं खाना खाने के पत्ते को जैसे ही मुंह में डालते हैं यह तुरंत अपना दिखाना शुरू कर देता है इसे खाने से मुंह में थूक बनने यह पेट को खाना पचने के लिये दिमाग को सिगनल । यह शरीर से विषैले पदार्थों को भी निकालने खाने से कब्ज की समस्या भी नहीं होती। पान