एसोसिएशन कीराष्ट्रीय कार्यकारिणीकीबैठक सम्पन्नअपन र

_ कानपुर। एसोसिएशन ऑफ स्माल एण्ड मीडियम न्यूजपेपर्स इण्डिया की राष्टीय कार्यकारिणी की बैठक केन्दीय कार्यालय कानपुर में आयोजित की गई। बैठक में लघु एवं मध्यम समाचार सामने आ रही समयामों पर चर्चा की गई। बैठक को सम्बोधित करते हए राष्ट्रीय अध्यक्ष केशवदत्त चंदोला ने कहा कि एवं मझोले समाचार पत्रों की हर समस्या का समाधान करवाने लिए ऐसासिएशन सदैव प्रयासरत रहता है। उत्तरप्रदेश के अध्यक्ष श्यमासिंह पंवार ने बैठक में जीएसटी 03 नवम्बर को होगा का मुद्दा उठाते हुए कहा न्यूज प्रिंट कागज से जीएसटी हटनीचाहिये इस पर सभी सदस्यों ने सहमति जताते हुए केन्द्र सरकार से माग की कि लघु एवं मझोले समाचार पत्रों की समसा को देखते हुए न्यूज प्रिंट कागज से जीएसटी हटाई जाये। बैठक का संचालन बैठक के सभापति अशोक चतुर्वेदी ने किया। बैठक में सेक्रेटरी लांग सिंह टेरन द्वारा प्रस्तुत पिछली बैठक की कार्यवाही पर चर्चा की गई और उनकी पुष्टि भी की गई। महामंत्री शंकर कतीरा ने बैठक को सम्बोधित किया तथा आगामी कार्यक्रमों के बारे में चर्चा की। प्रादेशिक अध्यक्षों द्वारा प्रदेश में हो। रही गतिविधियों से अवगत कराया। बैठक में कोषाध्यक्ष भगवती चंदोला, उड़ीसा से रबी स्थ, भजाराम, आध्र पेदश से के कट रड्डी, कमल कुमार के परशरम. एस कोंडलाराम, एम अरूणा, महाराष्ट्र से प्रवीण पाटिल, गोरख तावड़े, अजिंक्या म्हात्रे, राजस्थान से अशोक चतुर्वेदी, डा. अनंत शमा, गुजरात से शंकर कतीरा, जे मणियार, मयूर बोरिचा दरशन कुमार, असम से लांग सिंह टेरन, उप्र से श्यामसिंह, अतुल दीक्षित. उमा मिश्रा, गगन श्रीवास्तव, के के साहू, सुनील साहू, गुलनाज रशीद, राजीव मिश्रा सहित अन्य लोगों ने भाग लिया। 


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पान खाने के फायदे इसकी पत्तियों के कट, उष्ण और क्षारीय गुण अलग करते हैं तथा इसे खाने से पेट के कीड़े मर जाते का भी नाश करता है अक्सर आपने देखा होगा कि के बाद आप पान खाने जाते हैं, क्योंकि इसे खाने से पच जाता है। यह भूख बढ़ाने के साथ ही खाने बढ़ाता है। हां, पुराने और नए पान के पत्तों में भी होते हैं पुराना पान रूचिकारक, सुगन्धित, कामोद्दीपन शुद्ध करने वाला होता है, जबकि नए पान के लिए हानिकारक माने जाते हैं। हृदय की दुर्बलता लाभदायक है। पान की जड़ को मुलेठी के चूर्ण मिलाकर देने से सर्दी-जुखाम एवं गले की मिलता है गाने में रूचि रखने वालों के लिए हैपान के पत्तों को चूसने पर यह लार (सेलिवानिकालने में मददगार होती है, जिससे भोजन का पाचन होता है। पान का शरबत हृदय को बल देता है यह कफ करता है तथा अग्नि को दीप्त करता है अर्थात है। हां, इसे अधिक खाने से इसमें पाया हेपेक्साइन नुकसान पहुंचाता है अधिक पान खाना भी अहितकर भी। अगर पान के पत्ते को काली मिर्च साथ खाएं तो यह 8 हफ्तों में मोटापा कम कर देगाबहुत शक्तिशाली गुणों से भरे होतें हैं यह और उचित लिये जाने जाते हैं पान के पत्ते शरीर का मेटाबॉलिज्म पेट में एसिडिटी होने से रोकते हैं खाना खाने के पत्ते को जैसे ही मुंह में डालते हैं यह तुरंत अपना दिखाना शुरू कर देता है इसे खाने से मुंह में थूक बनने यह पेट को खाना पचने के लिये दिमाग को सिगनल । यह शरीर से विषैले पदार्थों को भी निकालने खाने से कब्ज की समस्या भी नहीं होती। पान